अफगानिस्तान ने टी-20 क्रिकेट में इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हरा दिया है। यह जीत न केवल अफगानिस्तान के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के सेमीफाइनल में पहुँचने की संभावनाओं पर भी सवाल खड़ा कर देती है।
मैच का सारांश
अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 148 रन बनाए। रेमन गुरबाज ने 60 और इब्राहिम जद्रान ने 51 रन की शानदार पारियां खेलीं। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों में पैट कमिंस ने हैट्रिक लेते हुए तीन विकेट झटके, जबकि एडम ज़म्पा ने दो विकेट हासिल किए।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 149 रनों का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण नहीं लग रहा था, लेकिन अफगानिस्तान की कसी हुई गेंदबाजी के सामने पूरी टीम 127 रनों पर ढेर हो गई। ट्रेविस हेड और डेविड वॉर्नर जल्दी आउट हो गए, जबकि ग्लेन मैक्सवेल ने 59 रन बनाकर कुछ उम्मीदें जगाईं, लेकिन वह भी टीम को जीत नहीं दिला सके। गुलबदीन नैब ने चार और नवीन-उल-हक ने तीन विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की पारी को समेट दिया।
पॉइंट्स टेबल में बड़ा बदलाव
अफगानिस्तान की इस जीत से पॉइंट्स टेबल में बड़ा बदलाव आया है। अफगानिस्तान के अब दो अंक हो गए हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल में जगह पक्की नहीं हो पाई है। टीम इंडिया पहले ही चार अंकों के साथ सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी है।
अब ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए भारत के खिलाफ हर हालत में जीतना होगा। अगर ऑस्ट्रेलिया यह मुकाबला हार जाती है, तो उसे सेमीफाइनल से बाहर होना पड़ सकता है। वहीं, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के बीच होने वाले मुकाबले का परिणाम भी महत्वपूर्ण रहेगा। अगर अफगानिस्तान यह मुकाबला जीतती है, तो उनके भी चार अंक हो जाएंगे और रन रेट के आधार पर उनका सेमीफाइनल में जाना संभव हो सकता है।
उलटफेर का वर्ल्ड कप
इस वर्ल्ड कप में कई उलटफेर देखने को मिल रहे हैं, और ऑस्ट्रेलिया पर भी बड़ा उलटफेर हो सकता है। अफगानिस्तान की इस ऐतिहासिक जीत ने क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया है। अफगानिस्तान ने न केवल ऑस्ट्रेलिया को हराया, बल्कि 150 रन से कम का लक्ष्य भी डिफेंड कर लिया। राशिद खान की कप्तानी में अफगानिस्तान ने शानदार गेंदबाजी और फील्डिंग का प्रदर्शन किया।
निष्कर्ष
अफगानिस्तान की इस ऐतिहासिक जीत ने टी-20 क्रिकेट में नई उम्मीदें जगाई हैं। यह जीत साबित करती है कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है और छोटी टीमों के पास भी बड़ी टीमों को हराने का माद्दा है। अब देखना यह होगा कि ऑस्ट्रेलिया अपने अगले मुकाबले में किस तरह का प्रदर्शन करती है और क्या वे सेमीफाइनल में अपनी जगह बना पाते हैं या नहीं।