आये आपको बताते है बस्तर के टॉप-10 पर्यटन स्थलों के बारे में । ये ऐसी जगहें हैं जिन्हें देखे बिना बस्तर का सफर अधूरा है। वैसे तो बस्तर में घूमने लायक जगहों की कमी नहीं है, लेकिन आपको 10 ऐसे टूरिस्ट प्लेस बताने जा रहे हैं जिनकी खूबसूरती देख आप भी तारीफ किए बिना नहीं रह सकेंगे। सबसे पहले :-
तीरथगढ़ जलप्रपात:- जगदलपुर से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तीरथगढ़ जलप्रपात छत्तीसगढ़ का सबसे ऊंचा वाटरफॉल है। यह खूबसूरत झरना कांगेर घाटी नेशनल पार्क में स्थित है। मूंगा बाहर नदी का पानी 300 फीट की ऊंचाई से पहाड़ीनुमा संरचना से नीचे गिरता है, जो इसे 10 झरनों का रूप देता है। इसकी मनमोहक छटा में पर्यटक खो जाते हैं और वापस जाने का मन ही नहीं करता।
कुटुमसर गुफा बस्तर की कुटुमसर गुफा भारत की सबसे गहरी गुफा मानी जाती है। यह एक भूमिगत गुफा है जिसकी खोज 1950 के दशक में की गई थी। इस गुफा के भीतर चूना पत्थर से प्राकृतिक रूप से विभिन्न आकृतियां बनी हुई हैं। यहां बहुत अधिक अंधेरा रहता है, और जब इन आकृतियों पर टोर्च की रोशनी पड़ती है तो यह चमक उठती हैं। इन आकृतियों को देखकर पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। इस रहस्यमयी गुफा में रंग-बिरंगी अंधी मछलियां भी पाई जाती हैं।
चित्रकूट जलप्रपात दोस्तों, यह विश्व प्रसिद्ध चित्रकूट जलप्रपात छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और सबसे चौड़ा वाटरफॉल है। इसे भारत का नियाग्रा भी कहा जाता है। इस झरने में 90 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी इंद्रावती नदी की खूबसूरती पर चार चांद लगा देता है। वर्षा के दिनों में इसका जल रक्त लालिमा लिए होता है जबकि गर्मियों की चांदनी रात में यह बिल्कुल सफेद दिखाई देता है।
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान जगदलपुर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान न सिर्फ अपने वन्यजीवों बल्कि कई प्राकृतिक आकर्षणों के लिए भी जाना जाता है। इस पार्क की स्थापना 1982 में की गई थी। आप इस अभियान में तेंदुआ, जंगली बिल्ली, चीतल, हिरण, लोमड़ी, गीदड़, जंगली सूअर और मगरमच्छ जैसी वन्य जीवों की प्रजातियों को देख सकते हैं।
चित्रधारा जलप्रपात बस्तर में कई झरने हैं, उनमें से चित्रधारा जलप्रपात भी एक प्रमुख झरना है। यह वाटरफॉल 50 फीट की ऊंचाई से गिरता है। बारिश और सर्दियों के दिनों में इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। एक छोटी सी पहाड़ी नदी इस झरने का निर्माण करती है।
कैलाश गुफा कांगेर वैली नेशनल पार्क में तीन असाधारण गुफाएं हैं, जिसमें से कैलाश गुफा सबसे पुरानी गुफा है। इस गुफा की खोज 1994 में वाइस मार्शल ने की थी। गुफा के अंदर शिवलिंग है, इसलिए इसे कैलाश गुफा भी कहा जाता है।
नारायण हिल दोस्तों, नारायण हिल बस्तर की खूबसूरत जगहों में से एक है। घने जंगलों और चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ यह स्थान चित्रकूट जलप्रपात से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नारायण हिल की ऊंचाई से आसपास का दृश्य बहुत ही खूबसूरत नजर आता है। यहां आप ट्रैकिंग भी कर सकते हैं।
दलपत सागर झील बस्तर में झरनों के अलावा भी कई दर्शनीय स्थल हैं, इनमें से प्रमुख है जगदलपुर की दलपत सागर झील। यह छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। इस झील के मध्य एक टापू बना हुआ है जो यहां का मुख्य आकर्षण माना जाता है।
तामड़ा घूमर जलप्रपात चित्रकूट जलप्रपात से दस किलोमीटर की दूरी पर तामड़ा घूमर जलप्रपात स्थित है। यह एक बारहमासी झरना है और चित्रकूट के रास्ते पर पहाड़ियों और घाटियों के बीच अपनी उपस्थिति दर्शाता है। बरसात के मौसम में इस झरने की खूबसूरती देखते ही बनती है।
दंतेश्वरी मंदिर और बस्तर पैलेस जगदलपुर का बस्तर पैलेस अपनी दीवारों और छत पर उत्कृष्ट नक्काशी के लिए जाना जाता है। यहां बस्तर का शाही परिवार निवास करता है। बस्तर राजमहल के मुख्य द्वार पर माता दंतेश्वरी का मंदिर है जो बस्तर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 1800 में पूर्ण हुआ था।